NEELAM GUPTA

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लेखनी प्रतियोगिता -31-Dec-2021 हमारी स्पेशल दोस्ती

चलिए एक सुन्दर दोस्ती की झलक दिखाती हूँ।
झलक ही दिखाऊँगी कोशिश करूंगी आप सब को बोर ना करू।मैंने योगा क्लास जाईन की।हाँ हाँ योगा क्लास ही और इस उम्र में डांस तो करने से रही। वैसे भी शरीर इतना भारी है कि स्टेज पर चढ़ते ही कंडक की आवाज से स्टेज ही टुट जाएगा।और हाथ  पैर टूटेंगे वो अलग से।

कहाँ खो गए अरे अरे रूको कहीं भारती सिंह के बारे में तो नहीं सोचने लगे। अरे भाई इतनी भी नहीं हूँ।

हाँ तो मैं बात कर रही थी योगा क्लास के बारे में। पहले तो वहाँ जाने की परमिशन बड़ी मुश्किल से मिली ।वो भी साड़ी में योगा। सोच सकते हैं ना आप सभी क्या गुजरी मेरे ऊपर। लेकिन एक तरह से अच्छा भी हुआ। मैं वहाँ साड़ी वाली आंटी के नाम से फेमस हो गई। यदि एक दिन भी ना जाऊं तो सब मुझे साड़ी वाली आंटी के रूप में याद करते।

योगा मैडम सबसे कमर घूमाने को कहें तो। हम सब की कमर कमरा बन चुके थे। वो घूमेंगे तो क्या टस से मस इधर-उधर भी नहीं होते थे। लेकिन सब एक दूजे को देख मुस्कुरा देते ।

सुर्य नमस्कार में तो सबकी ऊह आह शुरू हो जाती। मैडम कहती चाट पकौड़ी तो बड़े चटकारे लगाकर खाते हो।और यहाँ योगा करने में जान निकलती हैं। सारी क्लास हँसी के ठहाको से गूंज जाती।
हमसब की दोस्ती पक्की होती जा रही थी कोई भी एक ना आए तो क्लास अधुरी अधुरी लगती थी ।ऊपर से इस कोरोना परोना कमबख़्त की नज़र लग गई।

जो योगा के बहाने बाहर निकल जाती थी घूमने फिरने।  धीरे से कान इधर लाओ (औरो की नज़र में) वो भी बन्द हो गया । सब दोस्तों से मिलना जुलना बंद हमारे त्यौहारों पर छोटे छोटे प्रोग्राम बन्द l घर में बन्द करके रख दिया हमको इस ना दिखने वाले दुश्मन ने।

लेकिन हम भी अपनी योगा क्लास की दोस्ती के पक्के।  कहाँ टुटने देने वाले थे । आन लाईन क्लास शुरू कर दी। फिर फोन से ही गूंजने लगे हमारी दोस्ती के हँसी के ठहाके।


अखिल योगा क्लास से पहला पहला प्यार था कैसे न निभाते।

#नीलम गुप्ता(नजरिया)दिल्ली


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4 Comments

Seema Priyadarshini sahay

07-Jan-2022 10:51 PM

बहुत ही अच्छी लिखी मैम

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Abhinav ji

31-Dec-2021 11:30 PM

Very nice. Mam

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Shrishti pandey

31-Dec-2021 11:09 PM

Hehehe bahut hi badhiya

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